सियासी गलियारें में अब चर्चा होने लगी है कि अगर सब कुछ तय रणनीति के अनुसार रहा तो Nitish Kumar इस बार फिर बिहार के आठवीं बार मुख्यमंत्री बन सकते हैं। जब से बीजेपी ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया है तब से क्यास लगाया जा रहा था कि Bihar Political में कुछ ना कुछ उठा-पटक होने वाला है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आज बिहार के CM Nitish Kumar इस्तीफा दे सकते हैं।
Also read : Arvind Kejriwal पर ED कसेगी शिकंजा! क्या AAP पार्टी होगी समाप्त ?
यदि ऐसा हुआ तो पहले की तरह बीजेपी के दो उप मुख्यमंत्री होंगे। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार को अभी फिलहाल 128 विधायको का समर्थन मिल रहा है। आपको बता दे कि बिहार में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने के लिए 122 का आंकड़ा पार करना होता है। इस बार नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग होकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की शरण में जाकर दोबारा फिर सीएम की कुर्सी संभाल सकते हैं।
RJD-JDU के बीच Republic Day के दिन कसाकसी दिखी सीधे तौर पर
बता दें कि गहमागहमी तो दिसंबर में ही शुरू हो गई थी लेकिन सबके सामने गणतंत्र दिवस के दिन सामने आई। मिले संकेतो के अनुसार क्यास लगाए जा रहे है कि नीतीश कुमार दोबारा फिर NDA में वापसी कर सकते हैं।
अंतिम समय में RJD-कांग्रेस की ओर से नीतीश को मनाने की अंतिम समय में कोशिश कामयाब नहीं रही। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी की तरफ से बयान आया कि दरवाजे कभी भी स्थायी रूप से बंद नहीं होते है। शुक्रवार को नीतीश कुमार राजभवन के कार्यक्रम में पहुंचे लेकिन इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दिखाई नहीं दिए और कुर्सी खाली दिखी। इसके बाद कुर्सी से तेजस्वी के नाम की पर्ची हटाकर JDU के मंत्री अशोक कुमार चौधरी बैठे।
Nitish Kumar से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि,जो नहीं आए उन्हें पूछिए। इस उठा-फटक के बीच RJD न केवल अपने विधायकों को एकजुट करने में लगी हुई है बल्कि मांझी और जेडीयू के असंतुष्ट विधायकों से भी बात करने में लगी हुई है।
अगर नीतीश कुमार सीएम बने तो भी JDU के सामने इस बार बड़ी चुनौती
यदि नीतीश कुमार आठवीं बार सीएम बन जाते है तो भी जेडीयू की चुनौतियां कम नही होने वाली ही। बीजेपी ने सीधे तौर पर संकेत दे दिया है कि इस बार वो पूरी शर्त मानने वाली नहीं है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मंत्रिमंडल में इस बार गृह और वित्त विभाग बीजेपी अपने पास रख सकती है। यदि ऐसा हुआ तो यह पहली बार होगा कि नीतीश कुमार सीएम हो और उनके पास गृह विभाग ना हो।
बिहार में सरकार बनाने के लिए कुल 243 सीटों में से बहुमत के लिए 122 जरूरी
यदि नीतीश कुमार NDA गठबंधन में जाते हैं तो स्थिति इस प्रकार बनेंगी
Bjp-78
Jdu-45
Ham-4
Total-127
महागठबंधन की स्थिति
Rjd-79
Inc-19
Left-16
Aimim-1
Total-115
एक निर्दलीय है। इस प्रकार आंकड़ों से देखे तो एनडीए हो या फिर महागठबंधन,नीतीश कुमार जहां शामिल होंगे वहीं सरकार बन जाएगी।
Lalu Yadav मिशन 16 प्लान क्या गेम चेंजर होगा बिहार की राजनीति में
लालू यादव को अच्छी प्रकार से पता है कि वह संख्या के बल पर नीतिश कुमार को सरकार बनाने से नहीं रोक सकते है। इसलिए लालू यादव अब कुछ खेला करने की तैयारी में दिख रहे हैं। मौजूदा स्थिति में आरजेडी के पास 79 विधायक है।
5 फरवरी को बिहार सरकार का विधानभा मे बजट पेश होगा एवं इसी दिन नीतीश कुमार विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे। यहीं से आरजेडी अपने प्लान को रफ्तार देने वाली है। हो सकता है कि इस समय कुछ विधायक वोटिंग के दौरान अनुपस्थित रहे या फिर इससे पहले 16 विधायक इस्तीफा दे देते है तो विधानसभा भंग हो जाएगी।
अब सबसे बड़ा सवाल कि आखिर ये 16 विधायक इस्तीफा क्यों देंगे, होगा ये कि लालू यादव की पार्टी इन 16 विधायको को प्रलोभन दे सकती है कि आने वाले चुनावों में टिकट मिल जाएगा या फिर उन्हें राज्यसभा में भेजा जाएगा। अगर आरजेडी अपने इस प्लान में सफल हो जाती है तो सरकार गिरने के बाद तेजस्वी यादव सरकार बना सकते हैं।
Nitish Kumar ने राज्यपाल को दिया इस्तीफा
नीतीश कुमार ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। अब आज शाम को ही दोबारा नीतीश कुमार 8वीं बार शपथ लेने जा रहे हैं। अभी बीजेपी की तरफ से दो उप राष्ट्रपति के नाम की घोषणा नहीं की गई है।