Gama Pehalwan Biography & Diet Details: Gama Pehlwan जो कि एक भारतीय खिलाड़ी थे। आपको उस समय की बात बताते हैं कि जब गामा पहलवान कि चारों तरफ वाह-वाही थी. यह एक ऐसा भारतीय पहलवान था
जिन्होंने कभी भी कुश्ती में हार का सामना नहीं करना पड़ा लेकिन किन्ही कारणों की वजह से Gama Pehlwan को लंदन चैंपियनशिप में एंट्री नहीं मिली इसका मुख्य कारण था उनकी कम हाइट. गामा पहलवान की हाइट (Gama Pehlwan Height) 5 फुट 7 इंच थी जो उनके लंदन चैंपियनशिप में एंट्री का ना होना कारण बना।
लेकिन उस समय में भी गामा पहलवान ने लंदन चैंपियनशिप के सभी कुश्ती खिलाड़ियों को चुनौती दे दी थी कि वह उनको 30 मिनट में चित कर देंगे लेकिन किसी भी खिलाड़ी ने उनकी चुनौती नहीं मानी। गामा पहलवान पंजाब के वासी थे और उन्होंने अपने पिता से ही कुश्ती के नुस्खे सीखे। गामा पहलवान ने कम समय में ही देश के चारों और अपना नाम कर दिया था।
Gama Pehalwan Diet Details
Gama Pehlwan की डाइट कि यदि हम बात करें तो एक रिपोर्ट के मुताबिक उनकी दिन की डाइट 6 मुर्गे, 10 लीटर दूध और 200 ग्राम कोई विशेष प्रकार का पेय पदार्थ होता था जो उनके ताकत का मुख्य राज है। और इसी आधार पर वह 1200kg वजन उठा लेते थे । हर साल गामा पहलवान के जन्मदिन पर गूगल द्वारा डूडल (Google Doodle) बनाकर उनको याद किया जाता है. साथियों जहां पर भी कुश्ती का जिक्र हो वहां पर Gama Pehalwan का नाम दिया जाता है।
गामा पहलवान को रुस्तम ए हिंद और दा ग्रेट गामा के नाम से भी जाना गया. अपने समय में गामा पहलवान का मुख्य नाम या हम कहे उनका सही नाम गुलाम मोहम्मद बख्श भट्ट था वैसे तो भारत शुरू से ही कुश्ती के पहलवानों का देश रहा है और भारतवर्ष में कुश्ती में एक से एक खिलाड़ी रहे जिन्होंने
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अपने कुश्ती के दम पर अपने भारत देश का नाम रोशन किया लेकिन गामा पहलवान का जिक्र इस समय इसलिए हो रहा है क्योंकि Gama Pehlwan ने अपने जिंदगी में एक भी कुश्ती नहीं हारी है और इस पहलवान ने अपनी जिंदगी के 50 वर्ष कुश्ती को दिए जिनकी वजह से आज उनका विश्व में नाम है
Gama Pehlwan की डाइट और उसका करियर
Gama Pehalwan भारत के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक थे. गामा पहलवान का जन्म पंजाब के अमृतसर के जब्बोंवाल गांव में हुआ था. इनका वजन 113 किलोग्राम था और एक खास बात गामा पहलवान की यह थी कि इन्होंने कम वर्ष की आयु में ही कुश्ती में कदम रख कर अपने देश के खिलाड़ियों को धूल चटाना शुरू कर दी।
उनकी कुश्ती का एक मुख्य राज यह भी था कि इनके पिता मोहम्मद अजीज बख्श भी कुश्ती के एक खिलाड़ी थे और उन्हीं से गामा पहलवान ने कुश्ती के तौर तरीके सीखे. जब भारत में किसी भी पहलवान ने गामा पहलवान का सामना नहीं किया तो उन्होंने 1910 में विदेशों में एंट्री की।
एवं लंदन चैंपियनशिप (🏆 London Championship) में कूद पड़े लेकिन दुखद बात लंदन चैंपियनशिप में उनकी एंट्री नहीं हो सकी. गामा पहलवान ने अपने समय में वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप 1927 में जीती। कहा जाता है कि मार्शल आर्टिस्ट ब्रूस ली को भी गामा पहलवान ने चुनौती दे दी थी।
लेकिन जब ब्रूस ली गामा पहलवान से मिले तो उन्होंने भी उनसे द कैट स्ट्रेच सीखी। गामा पहलवान एक्सरसाइज (Gama Pehalwan Exercises) भी एक अलग तरीके से करते थे. गामा पहलवान 5000 उठक बैठक और 3000 पुश अप करते थे।
इतनी प्रसिद्धि के बावजूद भी गामा पहलवान को अपना अंतिम समय बड़ी तंगी से गुजारना पड़ा और आखिर में 1960 में 82 वर्ष की आयु(Gama Pehalwan Age) में गामा पहलवान की मृत्यु (Gama Pehalwan death ) हो गई या कहे अपनी सांसारिक यात्रा पूरी करके चले गए।