Lal Bahadur Shastri Murder Mysteries: Lal Bahadur Shastri यह हमारे लिए केवल एक नाम की तरह नहीं होना चाहिए बल्कि यह हमारे लिए एक आदर्श होना चाहिए क्युकी लाल बहादुर शास्त्री जी हमारे देश के वह हीरे थे जोकि यदि किसी देश को मिल जाए तो समझिए की वह देश इस पूरी दुनिया में हर जगह अपने नाम का डंका बजवा सकता है और अचानक से उनकी Death हो जाती है।
आज हम इसी महान शक्षीयत के बारे में बात करेगे और कुछ ऐसे तथ्यों के बारे में भी बात करेगे जोकि पूरे देश से अबतक छुपाए जा रहे है और यदि कोई व्यक्ति इस बारे में बात भी करता है तब उसे वह जवाब तक नहीं मिल पाता इसीलिए हमे और आप लोगो को यह सभी अनकहे जरूर पता होने चाहिए।
Lal Bahadur Shastri जी के जीवन के बारे में कुछ जानकारी
Lal Bahadur Shastri जी को भारत के दूसरे प्रधानमंत्री के रूप में जाना जाता है यदि उनके जन्म की बात करे तो उनका जन्म 2 अक्टूबर 1904 को वाराणसी, उतर प्रदेश में हुआ था और शास्त्री जी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस नाम की राजनैतिक पार्टी से संबंध रखते थे लाल बहादुर शास्त्री जी को “Shastri” इसीलिए कहा जाता है क्युकी उन्होंने काशी विद्यापीठ से संस्कृत भाषा में स्नातक की थी इसलिए वही से इन्हे “Shastri Ji” के नाम से संबोधित किया जाने लगा।
भारत की स्वतंत्रता के लिए बहुत से वीर महापुरूष का नाम सामने आता है जिनमे से एक नाम श्री Lal Bahadur Shastri जी भी थे इन्होंने ने सबको यह नारा दिया था की “मरो नही मारो” और इनके इस नारे के बाद देश में स्वतंत्रता की भावना तेज हुई थी सबसे पहले 1920 में शास्त्री जी ने देश की आजादी के लिए लड़ाई में भाग लिया और वह अब भारत सेवा संघ की सेवा के लिए तैयार खड़े हुए और फिर जवाहर लाल नेहरू की मौत के बाद इन्होंने 1964 में देश के दूसरे प्रधानमंत्री के रूप में पद संभाला।
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लाल बहादुर शास्त्री जी की मौत का रहस्य (Lal Bahudur Shastri Murder Mystry)
अब आप यह सोचिए की भारत के प्रधानमंत्री का पद अपने आप में काफी ऊंची समझा जाती है और यदि एक ऐसी बड़ी शक्षियत की मृत्यु हो जाए और मृत्यु की वजह की कोई Inquiry भी न हो और किसी को मृत्यु की असल वजह के बारे में भी ज्यादा न पता हो तो थोड़ा अजीब लगता है और दिल और दिमाग में बहुत से सवाल उठते है की यह एक मृत्यु है या एक मर्डर।
चलिए बात करते है ऐसे ही कुछ अनकही Mysteries की जोकि आज तक बहुत से लोगो को न तो बताई गई है और नही उनका कोई सबूत अभी तक किसी के सामने लाया गया है।
बात उन दिनों की है जब जवाहर लाल नेहरू की मृत्यु हो जाती है और देश को एक नए प्रधानमंत्री की जरूरत सबसे ज्यादा थी तब उसी बीच श्री लाल बहादुर शास्त्री जी को भारत के दूसरे प्रधानमंत्री के लिए चुना गया इसी बीच पाकिस्तान भारत पर हमला कर देता है और हम बात कर रहे भारत और पाकिस्तान की 1965 की लड़ाई की ओर आपको जान के हैरान हो जायेगे की इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया और भारत की सेना पाकिस्तान के लाहौर तक पहुंच गई और तब पाकिस्तान को लगा की भारत हमारे आधे पाकिस्तान तक पहुंच गया है तब बुजदिल पाकिस्तान घुटनों पर आ गया और UN (यूनाइटेड नेशन) के कहने पर भारत के साथ शांति समझौते पर तैयार हो गया।
इस शांति समझौते के लिए Russia दोनो देशों के बीच शांति स्थापित करने के लिए आया और दोनो देशों के प्रधानमंत्रियों को “Tashkent” बुलाया गया जोकि उज़्बेकिस्तान में स्थित है और यहीं दोनो देशों में शांति समझौते पर बातचीत की गई और नतीजे में यह तय किया गया की भारत और पाकिस्तान दोनो को पीछे हटना होगा और 5 अगस्त 1965 से पहले जो पोजिशन दोनो देशों की थी उसी पोजिशन पर वापिस जाना होगा।
अब यही से शुरू होती है एक दुखद घटना और रचा जाता है एक षडयंत्र और जब शांति समझौते पर लाल बहादुर शास्त्री जी ने हस्ताक्षर किए और वह अपने होटल पहुंचे तभी अगले ही दिन उनकी मृत्यु हो जाती है और भारत में सभी को यह बताया जाता है की उनकी मृत्यु हार्ट अटैक से हुई है। अब यह मृत्यु है या एक मर्डर का षड्यंत्र।
इसके बारे में आपको पूरी जानकारी आपको आगे बताई गई है आप इन सभी जानकारियों को पढ़ के खुद से भी एक सवाल करे की यह लाल बहादुर शहस्त्री जी की अचानक मृत्यु थी या फिर सच में उनके खिलाफ कोई उनकी मृत्यु के लिए षडयंत्र बना था।
लाल बहादुर शास्त्री जी की अचानक हुई इस मृत्यु को समझने के लिए हमें मनोज धार की एक किताब “Your Prime Minister Is Dead” में लिखें कुछ Theories को ध्यान में रखना होगा उन्होंने उन्होंने अपनी इस किताब में श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की मृत्यु के बारे में काफी अंदरुनी रूप से स्टडी की है और उन्होंने कुछ ऐसी Theories को अपनी किताब में बताया है जो की अचानक हुई इस मृत्यु पर एक सवालिया निशान खड़ा करती है।
चलिए जानते है की वह कौन सी Mysteries है जोकि एक देश के प्रधानमंत्री की मौत की वजह को अपने पास रखती है।
Lal Bahadur Shastri Death/Murder Theories
- CIA ने “Tashkent” में हुए शांति समझौते को फेल करने के लिए मर्डर किया।
- रशियन इंटेलिजेंस द्वार शास्त्री जी को ज़हर देकर मारा गया।
- भारत के ही कुछ पॉलिटिशियंस ने अपने फायदे के लिए उन्हें मार दिया।
इन सभी Theories को यदि आपको पूर्ण रूप से जानना है तो आपको यह बुक पढ़नी होगी जिसमें आपको यह पता चलेगा कि किस-किस पार्टी और किस-किस देश ने अपने पर्सनल फायदे के लिए उनकी जान ली।
ऐसे कुछ मिस्ट्रेस भी है जो कि इस किताब में आप जान सकते हैं जिनसे आपको यह पता चलेगा की कुछ ऐसी चीज भी हुई है जो की क्यों हुई और उनके होने का कारण क्या था जिन्हें देखकर आप यही सोचने पर मजबूर मजबूर हो जाएंगे कि यह एक मृत्यु नहीं एक मर्डर है चलिए बात करते हैं वह कौन सी मिस्ट्रेस है जो की इस किताब में शामिल है।
Lal Bahadur Shastri Death/Murder Mysteries
- जब शास्त्री जी अपने रूम में आराम कर रहे थे तो उन्हें अपने शरीर में कुछ हलचल महसूस हुई और वह अपने कमरे को छोड़कर अपने साथियों के कमरे में जाने की कोशिश कर रहे थे परंतु अजीब बात यह है कि वह जिस कमरे में थे उस कमरे में तीन टेलीफोन मौजुद थे वह फोन करके भी अपने सिक्योरिटी को बता सकते थे परंतु उन्होंने ऐसा नहीं किया अब इससे यह साबित होता है कि शायद वह अपने साथियों को कुछ बताने का प्रयास कर रहे थे। ऐसा क्यों?
- जब शास्त्री जी की मृत्यु हुई तब उनकी मृत्यु की असल वजह पोस्टमार्टम से साबित हो सकती थी और रूस ने भारत से आए उनके साथियों को यह भी बताया कि वह उनकी बॉडी का पोस्टमार्टम करना चाहते हैं ताकि उनकी मृत्यु के बारे में सब कुछ साफ हो सके परंतु उनके सभी साथियों ने पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया यह भी एक अजीब बात है कि पोस्टमार्टम क्यों नहीं करवाया गया था। ऐसा क्यों?
- शास्त्री जी की मृत्यु के बाद जब उन्हें भारत लाया गया तब उनके शरीर पर नीले कलर के निशान थे मानो उनके शरीर में अंदर से वह नीला रंग डाला गया हो और उनके पेट और गर्दन के पीछे भी खून के निशान थे और उनकी टोपी भी खून लथपथ थी जब उनके साथियों से इन निशानों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने उनकी पूरी बॉडी पर चंदन का लेप लगाकर उन निशानों को ढकने की कोशिश की अब बात यह निकाल कर आती है कि यह सब कुछ छुपाया क्यों जा रहा था। ऐसा क्यों?
- इसमें सबसे बड़ा सवाल लाल बहादुर शास्त्री जी के खाना बनाने वाले व्यक्ति के ऊपर खड़ा होता है क्योंकि वह इंसान ही है जो की उन्हें खाना बनाकर देता था जब उनकी मृत्यु हुई तो रूस ने उसे गिरफ्तार किया परंतु भारतीय सरकार ने उससे कोई भी सवाल नहीं किया। ऐसा क्यों?
- Lal Bahadur Shastri जी की मृत्यु के Eye Witnesses से भी कोई सवाल नहीं पूछा गया और उन लोगों में से एक नाम आता है डॉक्टर चुग का परंतु कोई ऐसी सरकार या लोग यह नहीं चाहते थे कि इस रहस्य से पर्दा उठे और फिर खबर यह आती है कि वह डॉक्टर और उसकी फैमिली सभी कार एक्सीडेंट में मारे जाते हैं तो क्या यह महज़ एक इत्तेफाक हो सकता है?
ऐसी बहुत सी रहस्य और मिस्टरीज शांति समझोते के दौरान ही हुई थी परंतु सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि कोई इंसान उन्हें क्यों मारना चाहेगा और यदि हम एक अंदरुनी जानकारी को समझे तो उनके मौत का सबसे बड़ा रहस्य इसी शांति समझौते में ही छुपा है बताया जाता है कि शास्त्री जी को यह शांति समझौता मंजूर नहीं था।
उन्होंने दबाव में आकर यह समझौता साइन किया है और इस शांति समझौते में लिखी बाते भारत के पक्ष में नही थी जैसे कि कश्मीर में बढ़े आतंकी हमलों में पाकिस्तान क्या क्या कदम उठाएगा यह सबसे जरूरी मुद्दा उस समझोते मे कही भी नही लिखा था इसीलिए वह यह समझौता भारत के कही से भी पक्ष में नही था इसीलिए वह यह समझौता नहीं करना चाहते थे।
इतने सालो में बहुत सी सरकार आई और अपना कार्यकाल पूरा कर अगली सरकार आ गई परंतु आज तक किसी भी सरकार ने यह निर्णय नहीं लिया कि वह शास्त्री जी की मृत्यु का रहस्य खोजना चाहे उनकी मृत्यु का सच आज भी कुछ पन्नो में दबा हुआ है आज हम लोग शास्त्री जी की जयंती मनाते हैं परंतु मौजूदा सरकारों को यह कदम जरूर उठाना चाहिए कि उनकी मृत्यु के रहस्यों से सबको अवगत करवाना चाहिए ताकि पाकिस्तान जैसे दुश्मन और घटिया देश कोई भी ऐसी गंदी हरकत दोबारा ना कर पाए।