हर साल 8 मार्च को International Women’s Day मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का एक खास उद्देश्य महिलाओं को सम्मान देना, दूसरा पुरुष प्रधान समाज में एकमतता लाना है।
दुनिया में मौजूदा समय में एक प्रश्न हमेशा बना हुआ है। जहां एक तरफ हम 21वीं सदी में जी रहे हैं वहीं दूसरी तरफ क्या आज के समय में भी महिलाओं को पुरुषों के समान दर्जा मिला हुआ है। Also read : Mother’s Day 2024 पर अपनी मां के लिए करे कुछ खास और यह दिन क्यों है स्पेशल जाने
यहां हम आपको इंटरनेशनल वुमेन डे टॉपिक पर 10 ऐसी फिल्मों के बारे में बताएंगे जो महिलाओं की रीयल जिंदगी पर आधारित है। इससे आपको भी महिलाओं की ताकत और उनकी कहानियों को समझने का मौका मिलेगा।
Pink
इस फिल्म में अमिताभ बच्चन की अहम भूमिका है। इस मूवी के माध्यम से दिखाया गया है कि हम चाहे 21वीं शताब्दी में ही भले क्यों ना जी रहे हो, चाहे हमारा समाज भले ही कितना मॉर्डन हो चुका हो फिर भी लड़कियों को उनके कपड़े के हिसाब से ही जज किया जाएगा।
Thapad (थप्पड़)
अक्सर देखा जाता है कि आज के समय में भी महिलाओं पर अत्यचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन खबरों में सुनने में आता है कि कोई ना कोई महिला घरेलू हिंसा का शिकार होती है। मौजूदा समय में बॉलीवुड की फिल्म थप्पड़ महिलाओं पर हाथ उठाने की घटना को मामूली कहने वाले समाज को एक आइना दिखाती है। इस फिल्म से काफी कुच सिखने को मिलता है।
English-vinglish (इंग्लिश-विंग्लिश)
कहीं- कहीं देखने में आता है कि महिलाओं की घर में अपाना हक और सम्मान हासिल करने के लिए पता नहीं क्या -क्या करना पड़ता है। इस फिल्म के द्वारा दिखाया गया है कि कैसे एक महिला अंग्रेजी सिखकर परिवार में सभी को अभी वेल्यू का एहसास करवाती है।
गंगूबाई काठियावाड़ी
यह फिल्म भी काफी जबरदस्त है जिसमें दिखाया गया है कि एक लड़की को धोखे से कोठे पर छोड़ दिया जाता है। समय के साथ-साथ वह उस कोठे की मालकिन बन जाती जाती है और वह अनाथ बच्चों एवं वेश्याओं के हक के लिए लड़ती है।
क्वीन
यह भी महिलाओं पर बनी हुई एक शानदार फिल्म है जिसमें दिखाया गया है कि एक लड़की होती है जो बहुत ही सिंपल होती है। उसकी शादी टूट जाती है जिसके बाद वह अपने हनीमून पैकेज पर अकेले ही घूमने जाती है।
छपाक
इस फिल्म की कहानी एक एसिड अटैक सर्वाइवर की है जिसमें दीपिका पादुकोण मुख्य रोल अदा करती है। इसमें दिखाया गया है कि किस प्रकार वह अपने अधिकारों के लिए समाज से लड़ती है।
तुम्हारी सुलू
अक्सर आज के दौर में महिलाओं को गृहणी कहने में लज्जा आती है। यह फिल्म उन महिलाओं को एक संदेश देती है कि कैसे हाउसवाइफ बनकर भी अपनी समाज में एक अलग पहचान बनाई जा सकती है।
मैरी कॉम
जैसा की आपको नाम से ही पता चल गया होगा कि यह फिल्म मैरी कॉम की जिंदगी पर आधारित है। इसमें प्रियंका चोपड़ा मैरी कॉम का रोल अदा करती है। दिखाया गया है कि कैसे एक एथलीट के लिए शादी भरा जीवन कैसा होता है और फिर वापस मैदान में उतरना कितना मुश्किल होता है।
नीरजा
ऐसा देखने में आया है कि महिलाओं में दया का गुण हमेशा पाया जाता है। वे दूसरों की मदद करने के लिए अपनी जान तक भी दांव पर लगा देती है। ऐसा ही नीरजा फिल्म में दिखाया गया है कि किस प्रकर फ्लाइट अटेंडेंट लोगों की जान बचाने के लिए बिना अपनी जान की परवाह किए अपनी जान दे देती है।
माई
यह फिल्म मां-बेटी के रिश्तों पर आधारित फिल्म है। जरिए हमें एक मां- बेटी के रिश्ते को गहराई से समझनें में आसानी होती है।
आर्या
यह एक वेब सीरीज है जिसमें सुष्मिता सेन आर्या नाम की एक महिला को रोल निभाती है कि किस प्रकार आर्या नाम की सामान्य सी स्त्री एक डॉन बन जाती है।
ये कुछ वे फिल्में है जिन्हें आपको International Women’s Day पर जरूर देखना चाहिए जिससे आपको भी महिलाओं की सहनशक्ति एवं उनकी ताकत का पता चलेगा। हमने आपके सामने कुछ चुनिंदा फिल्मों के बारें में बताया है जो आपको मौजूदा समय में देखना जरूरी है।